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पं.गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास कार्यालय में स्वामी विवेकानंद जयंती पर परिचर्चा संपन्न *

 इतनी छोटी सी उम्र में जो स्वामी जी ने किया वह कार्य कोई महामानव ही कर सकता है: डॉ राकेश मिश्र 


 रामकृष्ण मिशन की स्थापना से भारतीयता का प्रचार स्वामी विवेकानंद जी ने किया : डॉ. एस सी राय 


सतना 12 जनवरी। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास कार्यालय में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर युवाओं की राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में भूमिका विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। 

      सर्वप्रथम परिचर्चा के मुख्य वक्ता पंडित गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ राकेश मिश्र जी एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ.एस एन राय विभागाध्यक्ष समाज शास्त्र विभाग शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने स्वामी विवेकानंद एवं भारत माता के चित्रों पर  माल्यार्पण किया। उनके चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ। 

    सेवा न्यास की गतिविधियों के संदर्भ में विस्तार से जानकारी देते हुए सेवा न्यास की स्वच्छता प्रमुख श्रीमती मनीषा सिंह ने कहा कि सेवा न्यास के प्रेरणा स्रोत दद्दा जी के सपनों को साकार करने के लिए हम सब मिलकर मानव सेवा में समर्पित होकर पुण्य कार्य में दिन-रात सेवा न्यास कार्यकर्ता अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 

   शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ एस सी राय ने कहा कि हमारे देश में स्वामी विवेकानंद बहुत ही सामान्य परिवार में जन्मे स्वामी रामकृष्ण परमहंस मिशन की स्थापना किया और उन्होंने अपने गुरु के आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए  धर्म सांसद शिकागो में भारत का प्रतिनिधित्व किया। जहां दुनिया भर के धर्म अधिकारियों के बीच अपनी अलग छवि प्रस्तुत किए। जो आज हम सब के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। 

स्वामी विवेकानंद से बड़ा दूसरा कोई आदर्श नहीं है स्वामी जी 39 वर्ष की आयु में ही हम सब को छोड़ कर चले गए और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। 

मुख्य वक्ता डॉ राकेश मिश्र ने कहा कि युवाओं की राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में भूमिका विषय पर आज के मुख्य वक्ता डॉ. राकेश मिश्र ने स्वामी विवेकानंद  के जीवन पर आधारित रोचक घटनाओं का विस्तार से जानकारी दी। परिचर्चा में बड़ी सारगर्भित चर्चा प्रस्तुत की। 

  डॉ. मिश्रा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन कुल 39 वर्षों का था और 39 वर्षों में उन्होने वह कर दिखाया जो एक महान दार्शनिक कर सकते हैं ।भारत की आध्यात्मिकता के कारण पश्चिम की विज्ञान और तकनीक इन दोनों के समन्वय से आने वाले समय में एक नए भारत का निर्माण होगा। इस दिशा में महान युग प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद ने ज़ोर दिया। ऐसा करना है तो युवा और आने वाली पीढ़ी के मानस में परिवर्तन करना होगा। 

डॉ. मिश्र ने कहा कि अगर भारत और उसका उत्थान करना है तो सबसे पहले भारत विभिन्न घटकों पर विश्वास आवश्यक है ।अपनी धरती पर अपनी परंपराओं और अपनी संस्कृति पर अपने गौरवशाली अतीत में  स्वामी जी ने  युवकों से यह भी अपेक्षा रखी थी। क्या तुम्हें अपने देश से प्रेम है? यदि हाँ तो आओ हम लोग उच्चता और उन्नति के मार्ग पर प्रसारित करें। पीछे मुड़कर मत देखो एक नया भारत खड़ा हो स्वामी जी इसका काव्यात्मक वर्णन करते हैं।भारत  कहाँ से खड़ा हो ?  तू मोची की दुकान से, धोबी के मकान से, किसानों के हाथों से, खेतों से, खलिहानों से ? कारखानों से! कारख़ाने की चिमनी और हाट बाज़ार से। गाँव से, शहर से, जंगल से, नदियों से, झरनों से! भारत जहाँ जहाँ है, हर जगह से एक नया भारत खड़ा हो। वो भारत खड़ा करेंगे युवा, जो न केवल नए भारत का निर्माण करेंगे, बल्कि विश्व के कल्याण के लिए भी सक्रिय होंगे । स्वामी विवेकानंद के सपनों के महान और वो शून्यवाद बनाने में आज की यह परिचर्चा निश्चित रूप से युवाओं के लिए पथ प्रदर्शक बनेगी ।आइए स्वामी विवेकानंद के विचारों का अध्ययन करें ।अपने जीवन में मनन करें और हम आज अधिकारों के पीछे नहीं बल्कि कर्तव्यों के पीछे चलें और हम अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहें, यही स्वामी विवेकानंद की परिचर्चा का आज का संदेश है।


*न्यास की गतिविधियों पर लघु फ़िल्म का हुआ प्रदर्शन *


    पं.गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास द्वारा किए जा रहे कार्यों के लघु फिल्म को भी उपस्थित कवियों साहित्यकारों रचनाकारों ने प्रशंसा करते हुए कहा कि न्यास के द्वारा जो भी कार्य किए जा रहे हैं हम सब के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं हम सब को चाहिए कि न्यास के सामाजिक क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों में रुचि लेकर अपनी सेवाएं दे। 

        श्रीमती मनीषा सिंह ने आगे कहा कि कन्या विवाह के माध्यम से सर्वहारा वर्ग को लाभ अर्जित किया जा रहा है। 

      स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से दूरदराज गांव देहात में निवास ग्रामीणों के लिए जो अपना इलाज कराने में कठिनाइयां होती हैं ऐसे मरीजों के लिए वर्ष में एक बार मेडिकल हेल्थ चेक अप कैंप लगाया जाता है जो कि आगे भी जारी रहेगा ।

     माघ मेला कल्प वासियों के लिए भी स्वास्थ्य शिविर कैंप के माध्यम से प्रयागराज में स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से लाखों मरीज लाभान्वित हो रहे हैं। इतना ही नहीं माघ मेला में श्रीमद्भागवत महापुराण एवं श्री राम कथा का नित्य प्रतिदिन श्रवण हज़ारों श्रद्धालु भक्तजन पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं। 

      आगे श्रीमती मनीषा सिंह ने कहा कि अपना सतना- हरा भरा सतना लक्ष्य है अपना के अंतर्गत शहर को हरा-भरा करने के लिए वृक्षारोपण किया जा रहा है। न्यास द्वारा  छह फीट पौधे का रोपण किया जाता है कि गार्ड सहित एवं ग्रीन एंबुलेंस के माध्यम से 5 वर्षों तक रोपण किए गए पौधे की देखभाल न्यास कार्यकर्ताओं  द्वारा किया जाता है। 

     महिला स्वच्छता अभियान के अंतर्गत सेनेटरी पैड बजरंग के साथ-साथ महिलाओं को जागरुक करने का कार्य न्यास की बहिनों द्वारा किया जा रहा है। 

     कोरोना काल में भी न्यास परिवार के द्वारा कई लाख मास्क वितरण कर आम जनमानस को भारत सरकार द्वारा जारी प्रोटोकोल का पालन करने हेतु जन जागरूकता अभियान चलाया गया है। 

       आज के कार्यक्रम का संचालन पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के कार्यकर्ता नितिन मिश्रा ने किया। 

     कार्यक्रम के अंत में सेवा न्यास के कार्यालय प्रमुख महेंद्र तिवारी ने आभार व्यक्त किया।

  आज के परिचर्चा में प्रमुख रूप से विंध्य क्षेत्र के कवि साहित्यकार रचनाकार एवं युवाओं ने अपने अपने विचार व देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया जिससे पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान हो गया।





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