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शिविर में निराशा को आशा में बदलते देखा: चतुर्वेदी

शिविर में निराशा को आशा में बदलते देखा: चतुर्वेदी
पज्जन भैया जब बुलाएंगे तब छतरपुर में स्वास्थ्य शिविर लगाते रहेंगे: गोयंका
दो दिवसीय नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में 20 हजार मरीजों का उपचार
भोपाल के लिए चिन्हित किए गए दो हजार मरीज, ट्रेन से रवाना
छतरपुर। छतरपुर के कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी के द्वारा पं. देवप्रभाकर शास्त्री दद्दाजी की स्मृति में आयोजित किए गए दो दिवसीय नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार शिविर के अंतर्गत 8 और 9 अप्रैल को लगभग 20 हजार मरीजों का परीक्षण एवं उपचार किया गया। शिविर के दौरान अग्रिम इलाज के लिए लगभग दो हजार मरीज चिन्हित किए गए जिन्हें नि:शुल्क इलाज के लिए भोपाल भेजा जाएगा। शिविर के समापन के साथ ही मरीजों का एक जत्था महामना ट्रेन के माध्यम से भोपाल के लिए रवाना हो गया। खेलग्राम में आयोजित शिविर के समापन अवसर पर चिरायु मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भोपाल की मेडिकल टीम का मंच से सम्मान किया गया।
समापन समारोह के अवसर पर शिविर के आयोजक आलोक चतुर्वेदी ने कहा कि जब इस शिविर का विचार किया था तब यह उम्मीद नहीं थी कि इतनी बड़ी संख्या में हम लोगों की सेवा कर पाएंगे। दो दिनों में यहां छतरपुर ही नहीं आसपास के जिलों के लोग भी बड़ी संख्या में इलाज के लिए पहुंचे। शिविर के दौरान हमने देखा कि लोग अपने रोग से पीडि़त थे और निराशा के भाव से यहां शामिल हुए थे लेकिन चिरायु की मेडिकल टीम ने जिस तरह से उनका परीक्षण और उपचार किया उससे कई निराश चेहरों पर आशा भरी मुस्कान देखी गई। उन्होंने कहा कि यह शिविर बुन्देलखण्ड के इस सीमित संसाधनों वाले जिले में वरदान से कम नहीं है। शिविर के माध्यम से विभिन्न रोगों के मरीजों को एक ही जगह पर परामर्श, जांच, दवा एवं अग्रिम इलाज की सुविधा नि:शुल्क रूप से देना पाना हमारा सौभाग्य रहा। कार्यक्रम में उपस्थित चिरायु मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर अजय गोयंका ने कहा कि यह शिविर प्रदेश भर में उनके द्वारा आयोजित किए गए अन्य स्वास्थ्य शिविरों के मुकाबले कई गुना बड़ा और सफल रहा। हम यहां 300 लोगों की मेडिकल टीम लेकर आए थे लेकिन जिस तरह से मरीज यहां पहुंचे उससे हमें लगता है कि अगली बार हमें 500 से ज्यादा लोग लाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि शिविर के दौरान लगभग 20 हजार लोगों की ओपीडी जांच की गई। दो हजार मरीजों को भोपाल में अग्रिम इलाज के लिए चिन्हित किया गया जिनका इलाज आगामी एक माह के भीतर नि:शुल्क रूप से किया जाएगा। शिविर में 1500 लोगों के अल्ट्रासाउण्ड, लगभग दो सौ लोगों के कलर डोपलर, 250 लोगों की डेंटल सर्जरी, 700 से ज्यादा लोगों के एक्सरे, ईसीजी, ईको एवं 10 हजार से ज्यादा लोगों की पैथोलॉजी जांचें की गईं। डॉ. गोयंका  ने भरोसा दिलाया कि सभी मरीजों का नि:शुल्क उपचार होगा साथ ही वे वादा करते हैं कि जब भी विधायक आलोक चतुर्वेदी चिरायु की मेडिकल टीम को शिविर के लिए यहां बुलाएंगे वे अवश्य आते रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश शुक्ला ने भी चिरायु अस्पताल की टीम का आभार जताया। कार्यक्रम में चिरायु मेडिकल कॉलेज के एक दर्जन से ज्यादा डॉक्टरों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। मंच पर डॉ. एमपी सिंह, डॉ. मनीषी सिंह, डॉ. कृष्णा, डॉ. साकेत जैन, डॉ. मयंक गुप्ता, डॉ. सौरभ, डॉ. मनीष वैरासी, डॉ. कृति श्रीवास्तव, डॉ. शुभ्रा तिवारी, डॉ. शशांक मिश्रा, डॉ. अंकित, डॉ. अंचल मिश्रा, डॉ. प्रतीक को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन संतोष ताम्रकार ने किया जबकि अतिथियों का स्वागत अजयपाल सिंह राव, निखिल चतुर्वेदी, राजेन्द्र अग्रवाल, मनोज त्रिवेदी, अनीस खान, सियाराम रावत, सुरेशबाबू खरे, शिवानी चौरसिया, स्मिता खरे, दीप्ती पाण्डेय, पप्पू चौरसिया आदि ने किया।
भोपाल में होंगी नि:शुल्क जांचें और ऑपरेशन

इस स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से ऐसे रोगियों को चिन्हित किया गया जिनकी अग्रिम जांचें और उपचार आदि के लिए भोपल के चिरायु मेडिकल कॉलेज ले जाना पड़ेगा। शिविर के दौरान ऐसे लगभग दो हजार मरीज चिन्हित किए गए जिन्हें अगले 4 दिनों तक प्रतिदिन ट्रेन के माध्यम से भोपाल भेजा जाएगा। रविवार को लगभग 300 मरीजों का पहला जत्था विधायक आलोक चतुर्वेदी के पुत्र मिक्की चतुर्वेदी के द्वारा ट्रेन के माध्यम से भोपाल रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि भोपाल में भी इन मरीजों की जांचें, ऑपरेशन, दवा, रहने एवं खाने का व्यय भी मरीजों को नहीं देना पड़ेगा। 














 

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