भविष्य की आहट / डा. रवीन्द्र अरजरिया मुखौटों में छुपे राष्ट्रद्रोहियों को करना होगा चिन्हित
विश्व की अर्थ व्यवस्था में भारत ने 5वीं पायदान पर पहुंचकर ब्रिटेन को भी पीछे छोडते हुए आर्थिक वृध्दि का नया कीर्तिमान गढा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृध्दि दर 13.5 प्रतिशत रही जो पिछले वर्ष में सबसे अधिक है। यह दुनिया की सबसे तेज वृध्दि दर घोषित की गई। एक दशक पहले भारत 11वें स्थान पर था जबकि ब्रिटेन 5वें पर। वर्तमान में भारत से आगे केवल अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी ही रह गये हैं। आज से 75 वर्ष पहले जब देश आजाद हुआ था तब ब्रिटेन ने सोचा भी नहीं होगा कि उसका गुलाम रहा भारत कभी आर्थिक विकास में उससे आगे निकल जायेगा। विशेषज्ञों की मानें तो वर्तमान वित्त वर्ष में 7 प्रतिशत की दर से देश की अर्थ व्यवस्था बढने की सम्भावना है। अमेरिकी डालर पर आधारित अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के आंकडों में भारतीय अर्थ व्यवस्था का आकार 854.7 बिलियन डालर तथा ब्रिटेन की अर्थ व्यवस्था 816 बिलियन डालर पर बताया गया है। इस उपलब्धि के लिए मेड इन इण्डिया, डिजिटल इण्डिया, स्किल इण्डिया जैसे कारकों के सफल क्रियान्वयन को उत्तरदायी माना जा रहा है। इस विकास से बौैखलाये कंगाल होते पाकिस्तान ने अपनी पूरी ताकत भारत के विरुध्द षडयंत्र करने में झौंकना शुरु कर दी है जिसमें उसे चीन के अलावा अनेक इस्लामिक राष्ट्रों का भी सहयोग मिल रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारतीय सुरक्षा बल के जवानों को लक्ष्य बनाने हेतु हनीट्रैप ब्रिगेड बनाई है जिसमें फिलहाल 50 खूबसूरत लडकियों को नियुक्त किया गया है। इस हनीट्रैप ब्रिगेड को 10 माड्यूल में बांटकर दिखावटी प्यार, प्रेम का इजहार और लक्ष्य को भावनात्मक जडाव के लिए प्रेरित करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सोशल मीडिया के लोकप्रिय प्लेटफार्म का खुलकर उपयोग हो रहा है। प्रशिक्षण मेें फर्जी पहचान के साथ सोशल मीडिया की आई बनाने, रिक्वेस्ट भेजने, भावनात्मक बातें करने, वीडियो कालिंग पर शारीरिक प्रदर्शन करने, उत्तेजित करने, शादी का झांसा देने, लक्ष्य के साथ होने वाले सभी संवादों को रिकार्ड करने और बाद में भारत के सुरक्षा संबंधी गोपनीय दस्तावेज, जानकारियां और आंकडे आदि हासिल करने की तकनीक सिखाई जा रही है। भावनात्मक रूप से जुड चुके लक्ष्य से यदि सामान्य रूप से जानकारियां प्राप्त नहीं होती हैं तो फिर उसे पूर्व के रिकार्ड किये गये संवादों को वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल करने की तकनीकी बारीकियां भी सिखाई जा रहीं हैं। हाल ही में पाकिस्तान की इस हनीट्रैप ब्रिगेड ने उत्तराखण्ड के हरिव्दार निवासी प्रदीप कुमार को अपनी शिकार बनाया। प्रदीप कुमार की उम्र मात्र 24 वर्ष है जो कि जोधपुर स्थित सेना की खुफिया मिसाइल रेजिमेन्ट यूनिट में गनर के पद पर पदस्थ था। हनीट्रैप ब्रिगेड की सदस्य ने रिया शर्मा के नाम से नवम्बर 2021 में प्रदीप को अपने जाल में फंसाया। रिया ने स्वयं को इण्डियन एयरफोर्स के बेंगलुरु सेन्टर में एएमसी विभाग की लेफ्टिनेंट बताया। लगातार प्यार भरी चैट की। वाट्सएप पर काल किया। अपनी प्रमाणिकता प्रस्तुत करने हेतु उसने कई बार इण्डियन एयरफोर्स की एएमसी वर्दी में भी बात की। वीडियो कालिंग के दौरान वह अक्सर अपने कपडे उतारने लगती, अश्लील बातें करती, उत्तेजनात्मक संवाद से वातावरण को कामुक बनाती ताकि शारीरिक आकर्षण से प्रदीप पर शिकंजा कसा जा सके। वह अपने प्रयास में सफल भी हो गई। रिया का जादू चल गया। विगत 14-15 जनवरी 2022 को जैसलमेर के लाठी गांव में हुए वार्षिक युध्दाभ्यास की एडवांस पार्टी के साथ प्रदीप गया था जहां से 20-21 फरवरी 2022 वह वापिस लौटा। उस दौरान के युध्दाभ्यास के फोटोग्राफ ही नहीं बल्कि रेजीमेन्ट यूनिट में ड्यूटी की तैनाती, मिसाइल यूनिट के बैटरी रूम, लाकर रूप के दस्तावेज, कम्प्यूटर के अनेक स्क्रीन शाट के माध्यम से मिसाइलों से जुडी गोपनीय जानकारियां, लोकेशन, क्षमता, कार्य करने का ढंग आदि का विस्तार रिया ने हासिल कर लिया। प्रदीप ने रिया से प्रत्यक्ष मिलने के लिए बेचैनी दिखाई तो उसने दिल्ली बुलाया। जब प्रदीप दिल्ली पहुंचा तो वहां रिया नहीं मिली। उसके बाद से हनीट्रैप ब्रिगेड की इस सदस्या का फोन बंद हो गया। इस मामले का खुलासा तो तब हुआ जब राजस्थान में आपरेशन सरहद चलाया गया। इस आपरेशन के दौरान गनर प्रदीप कुमार की गतिविधियां संदिग्ध पायी गईं। गतिविधियों पर निरंतर निगरानी की गई और अंत में उसे तलब करके कडाई से पूछतांछ शुरू हो गई। सेना के सभी रेजीमेन्ट, सीमा सुरक्षा बलों, अर्ध सैनिक बलों, पुलिस सहित सभी संवेदनशील इकाइयों को अनजान लोगों से दोस्ती करने की मनाही की गई है। पाकिस्तान की इस हनीट्रैप ब्रिगेड को जहां भारतीय सुरक्षा बलों के जवानों पर मोहनी जाल डालकर गोपनीय जानकारियां हासिल करने का लक्ष्य दिया गया है वहीं लव जेहाद के नाम पर अराजकता फैलाने के लिए नेटवर्क तैयार किया गया है। इसके लिए शासकीय संरक्षण देने वालों, सुविधायें देने वालों तथा धन उपलब्ध कराने वालों का राष्ट्रव्यापी संगठन तैयार कर लिया गया है। झारखण्ड के दुमका की वर्तमान घटनायें एक ताजा उदाहरण मात्र हैं जहां शाहरुख, नईम, अरमान जैसे लोगों ने नाबालिग हिन्दू बच्चियों का जीना हराम कर दिया है। दुमका की अधिवक्ता प्रियादत्त की मानें तो पूरे क्षेत्र में एक संगठन सक्रिय है जो नाबालिग लडकियों पर निरंतर जुल्म कर रहा है। प्यार का नाटक करके इस्लाम कबूल करवाता है। शादी करता है और फिर उन्हें बच्चों की भीड पैदा करने की मशीन के रूप में उपयोग करने लगता है। कहीं पेट्रोल डालकर आग लगा दी जाती है तो कहीं पेड पर लटका कर मार डाला जाता है। किसी को जबरन उठाकर हवस का शिकार बनाकर ब्लैकमेेल किया जाता है तो किसी को परिवारजनों की हत्या का भय दिखाकर मनमानी तले रौंद दिया जाता है। दीन-दुनिया की मनमानी परिभाषाओं का सब्जबाग दिखाकर बरगलाने वाले निरीह युवाओं को जेहाद की आग में झौंक रहे हैं जबकि उनकी अपनी संताने पूरी सुरक्षा में भविष्य निर्माण के नये आयाम तय कर रहीं हैं। अब मुखौटों में छुपे राष्ट्रद्रोहियों को करना होगा चिन्हित तभी देश के विकास को विनाश की ओर ले जाने के लिए आतुर दुश्मनों के मंसूबों पर पानी फेरा जा सकेगा। इस बार बस इतना ही। अगले सप्ताह एक नई आहट के साथ फिर मुलाकात होगी।
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