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दिव्यांगजनों के लिए जिला प्रशासन विशेष फोकस में कर रहा काम: कलेक्टर खजुराहो को देश का पहला बाधारहित शहर बनाने का कार्य जारी दिव्यांगजनों की विभिन्न सुविधाओं में हुआ विस्तार एक ही दिन में यूडीआईडी कार्ड बनाकर देने वाला छतरपुर पहला जिला

 कलेक्टर संदीप जी.आर. की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में दिव्यांग जिला सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्यरूप से दिव्यांगजनों के लिए बाधारहित वातावरण, यूडीआईडी, रोजगार एवं स्वरोजगार तथा समस्याओं का त्वरित निराकरण के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही सभी से सुझाव भी लिए गए।

कलेक्टर संदीप जी.आर. ने समिति के सदस्यों को बताया कि जिला प्रशासन दिव्यांगों के लिए विशेष पहल करते हुए फोकस के साथ कार्य कर रहा है। हर सुविधाओं में कुछ न कुछ विशेष पहल दिव्यांगों के लिए की जा रही है। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में डीडीआरसी के माध्यम से कार्य चल रहा है और सीआरसी भी शुरू हो चुका है। साथ ही वर्तमान में ट्राईसाइकिल देने के लिए परीक्षण शिविर भी लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्पर्श पोर्टल में टारगेट अनुरूप 15 हजार के लगभग रजिस्ट्रेशन होने के बाद भी टारगेट से आगे जाकर 20 हजार लगभग दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड बनाकर दिए गए। यूडीआईडी कार्ड की सुविधा के लिए हर दिन मेडीकल बोर्ड के परीक्षण उपरांत उसी दिन कार्ड बनाकर दिया जा रहा है। जिससे दिव्यांगजनों को परेशानी से मुक्ति मिली है। साथ ही सार्वजनिक स्थलों बैंकों पार्कों को फ्रेन्डली बनाया जा रहा है। खजुराहो को देश का पहला दिव्यांगों के घूमने अनुरूप बाधारहित शहर बनाने के लिए काम चल रहा है। शासकीय भवनों कार्यालयों में रैम्प बनाए गए हैं व सड़कों पर फुटपाथ बनाए जा रहे हैं एवं नवाचार करते हुए जनसुनवाई में भी अलग से समस्याएं सुनी जा रही है और निराकरण हो रहा है। साथ ही सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है।

मानसिक विक्षिप्तों का होगा उपचार
प्राईवेट सेक्टरों में दिव्यांगजनों को प्रमुखता से रोजगार से जोड़ें

कलेक्टर श्री जीआर ने सभी के सुझाव व समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों को निर्देशित किया कि बसों में दिव्यांगजनों को बाधा न हो और किराये में 50 प्रतिशत छूट मिले। साथ ही उन्हांेंने जिला अस्पताल परिषर में 3 मानसिक विक्षिप्तों के घूमने पर पुलिस विभाग को उनकी एमएलसी करें और सामाजिक न्याय विभाग को ऐसे लोगों को चिन्हित कर बाहर इलाज करवाने के लिए भेजने के निर्देश दिए। साथ ही दिव्यांगजनों के स्वरोजगार स्थापित करवाने तथा प्राईवेज सेक्टरों में प्रमुखता रोजगार दिलाने के निर्देश दिए।

एफआईआर में दिव्यांग एक्ट की धारा जोड़ेने के निर्देश
यूडीआईडी से आसानी से बनवाएं आधार कार्ड

कलेक्टर ने पुलिस प्रशासन को निर्देशित किया कि दिव्यांगजनों द्वारा कराई गई एफआईआर में दिव्यांग एक्ट की धारा को भी जोड़े। साथ ही पुलिस मानसिक रूप के व्यक्तियों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए संवेदनशील रहें। उन्होंने कुछ केसों में आधार बनने में आने वाली समस्याओं के संबंध में बताया कि यूडीआईडी कार्ड के माध्यम सभी केन्द्रों पर आधार आसानी से बनवाएं। साथ ही यूडीआईडी के लिए लोकसेवा केन्द्र के माध्यम से आवेदन न करवाएं। ऑफ लाइन आवेदन भरे जाएं जिससे दिव्यांगों की शुल्क में बचत हो। बैठक में प्रभारी उपसंचालक सामाजिक न्याय, एसीईओ जिला पंचायत, सीएमएचओ, सीआरसी के प्रभारी, सिविल सर्जन, अन्य अधिकारी तथा दिव्यांग समिति के सदस्य उपस्थित रहे।


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