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शासकीय उत्कृष्ठ उ.मा.वि. क्रं.1 10 फरवरी को फायलेरिया रोधी दवा सेवन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जायेगा : कलेक्टर डी.ई.सी., एल्वेन्डाजोल एवं आईबरमैक्टिन गोली का डोज आयु अनुसार दिया जायेगा : सीएमएचओ

 छतरपुर। जिले में फायलेरिया बीमारी के उन्मूलन का कार्यक्रम जिले में 10 से 22 फरवरी तक चलाया जायेगा। जिसमें 02 वर्ष के ऊपर की जिले की समस्त आवादी का सार्वजनिक रूप से डी.ई.सी एवं एल्बेन्डाजोल गोली एवं आईबरमैक्टिन दवा का सेवन आयु आनुसार कराया जाना है। जिससे फायलेरिया रोग (हाथी पाॅव) की बीमारी से छतरपुर की जनता को रोग मुक्त कराया जा सकें। एम.डी.ए. कार्यक्रम निरीक्षण के लिए डाॅ. हिमांशु जयसवार राज्य कार्यक्रम अधिकारी कीट विज्ञानी इंदौर, सी.एस. शर्मा जिला मलेरिया अधिकारी बैतूल, जीतेन्द्र सिंह राजपूत, व्ही.बी.डी.सी.पी. सलाहकार, शिव शंकर शुक्ला, भारत सरकार क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल से  प्रवीण तिवारी सलाहकार की डियूटी छतरपुर जिले में लगायी गयी है।

       कार्यक्रम का शुभारंभ  जिला पंचायत अध्यक्ष  श्रीमती विद्या अग्निहोत्री एवं नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योति चैरसिया के द्वारा शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रं. 1 में 10 फरवरी 2023 को सुबह 10ः30 बजे  संदीप जी.आर. कलेक्टर, जिला  सी.ई.ओ.तपस्या परिहार, डी.ई.ओ. नगरपालिका अधिकारी, महिला बाल विकास अधिकारी एवं जिले के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में फायलेरिया रोधी दवा सेवन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जायेगा। कार्यक्रम की पूर्ण तैयारी कर ली गयी है।
                         सीएमएचओ ने बताया कि शासन के आदेशानुसार जिले के 08 ब्लाॅक एवं शहरी क्षेत्र छतरपुर की आवादी 1964568 है। जिससे आयु अनुसार 02 वर्ष से 05 वर्ष को 01 डी.ई.सी., 06 से 14 वर्ष को 02 डी.ई.सी, 15 वर्ष से ऊपर की आवादी को 03 डी.ई.सी 01 एल्बेन्डाजोल गोली का सेवन घर-घर जाकर आगनबाड़ी कार्यकर्ताओ, आषा एवं स्वयंसेवी के द्वारा अपने समक्ष में दिनांक 10 से 22 फरवरी 2023 तक दवा का सेवन कराया जायेगा। एल्बेन्डाजोल की एक गोली को चबा-चबा कर सेवन कराया जाना है। इस वर्ष डी.ई.सी., एल्वेन्डाजोल एवं आईबरमैक्टिन गोली का डोज निचे लिखे आयु अनुसार दिया जायेगा। आईबरमैक्टिन गोली को लम्बाई के अनुसार दी जायेगी। आईबरमैक्टिन की गोली 03 फीट के बच्चों को नहीं देना है। 3 से 4 फीट के बच्चों को एक आईबर मैक्टिन की गोली दी जायेगी। 4 से 4.7 फीट तक 2 गोली, 4.7 से 5.2 तक 3 गोली, 5.2 से ऊपर की आयु को 4 आईबरमैक्टिन की गोली दी जायेगी। आईबरमैक्टिन की गोली 3एम.जी. की है। डाॅ. सोनल डी.एच.ओ. द्वारा बताया गया है कि उक्त दवाएॅ पूर्णताः सुरक्षित है। इनके सेवन से कोई भी वितरीत प्रभाव नहीं पड़ता है। गर्भवती माताएॅ, 02 वर्ष से छोटे बच्चे एवं गंभीर रोग से ग्रस्त लोगों को दवा का सेवन नहीं करना है। शासन के आदेषानुसार दिनांक 10 एवं 11 फरवरी को बूथ पर जाकर (काॅलेज, स्कूल, हाॅस्टल) में 3895 बूथ जिले भर में बनाये गये है। जिसमें दवा सेवक समक्ष में दवा का सेवन करायेगें। डाॅ. जी.एल. अहिरवार प्रभारी सिविल सर्जन छतरपुर द्वारा बताया गया है कि दवाओं को अपने समक्ष में ही खिलाये जाने के निर्देष शासन द्वारा दिये गये है। जे.एम.आई. दिनेश कुमार पटैरिया ने जानकारी में बताया कि शहरी क्षेत्र छतरपुर में लगभग 700 दवा सेवक लगाये गये है।  जिले की एम.डी.ए. कार्यक्रम की लक्षित जनसंख्या 1947944 को 7791 दवा सेवको के द्वारा दवा सेवन कराया जायेगा। जिसके निरीक्षण के लिये 790 सुपरवाईजर प्रशिक्षित कर लगाये गयें है। एम.डी.ए. कार्यक्रम में डी.ई.सी. दवा 4869760 आईबरमैक्टिन 4869760 एवं एल्वेंडाजोल की गोली 1947944 ग्राम स्तर तक पहुॅचा दी गयी है।

           जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया है कि डी.ई.सी. गोली के कोई भी दुष्प्रभाव नहीं है, जिन व्यक्तियों के अंदर माईक्रो फायलेरिया के कीटाणु होते है, उनको दवा सेवन करने पर जी मचलाना, बुखार आना, सिर दर्द होना, आदि हो सकता है। इससे घबड़ाने की कोई जरूरत नहीं है। यह छणिक होता है एवं स्वतः ही ठीक हो जाते है। राष्ट्रीय फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में छतरपुर की जनता डी.ई.सी एवं एल्बेन्डाजोल एवं आईबरमैक्टिन दवा का सेवन कर अपना सहयोग प्रदान करे, एवं जिले को फायलेरिया रोग से मुक्त करने में अपना सहयोग प्रदान करें।



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