अध्यक्ष भवन संनिर्माण कर्मकार मण्डल ने योजना की समीक्षा की आयुष्मान में उपचार की सीमा 10 लाख तक बढ़ सकेगी मंथन जारी
विश्व की चुनिंदा यूनिवर्सिटी में श्रमिकों की हौनहार बच्चे पढ़ेंगे
खर्च सरकार वहन करेंगी
श्रमिक हितमूलक योजना डिस्प्ले बोर्ड से प्रदर्शित करें
श्रमिकों के बच्चों को चिन्हित कर योजना का लाभ दिलाये
रेन बसेरा एवं पीठाश्रमिक आश्रय शेड बनाये
---------
प्रदेश के म.प्र. भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के अध्यक्ष हेमन्त निवारी ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष छतरपुर में मण्डल द्वारा संचालित योजना में जिले में अर्जित उपलब्धियों की समीक्षा करते हुये कहा कि आयुष्मान भारत योजना में 5 लाख की सीमा को 10 लाख रुपये तक बढ़ाये की योजना है जिस पर विचार विमर्श करके निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि विश्व की चुनिंदा यूनिवर्सिटी में श्रमिकों की हौनहार बच्चे पढ़ेंगे, खर्च सरकार वहन करेंगी। जो सीएमओ और सीईओ हौनहार बच्चों को प्रेरित कर भेजने में सहयोग करेंगे, उन्हें भी पुरुकृत किया जाएगा। बैठक में एडीएम नमः शिवाय अरजरिया, श्रम निरीक्षक, जनपद पंचायतों के सीईओ, नगरपालिका एवं नगरपरिषदों के सीएमओ सहित श्रम संगठनों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
श्रमिक हितमूलक योजना का पात्र हितग्राहियों को तत्परता से लाभ दिलाये। योजना का प्रचार-प्रसार डिस्प्ले बोर्ड से करें। श्रमिकों के बच्चों को विदेश में अध्ययन कराने और सीएम जनकल्याण शिक्षा प्रोत्साहन योजना में ऐसे बच्चे जो निजी कॉलेजों में पढ़ने के इच्छुक है उन्हें लाभ दिलाने के लिये नगरपालिका एवं नगर परिषद के सीएमओ और जनपदों के सीईओ न्यूनतम 1-1 बच्चों का चयन करें। बच्चों को विदेश भेजने और कोचिंग फीस का भुगतान अथवा खर्च बोर्ड द्वारा किया जाता है।
उन्होंने कहा कि नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रेन बसेरा एवं पीठाश्रमिक आश्रय शेड बनाने के लिये प्राथमिकता से स्थान चयन करते हुये प्रस्ताव भेजे। बैठक में कर्मकार मण्डल द्वारा श्रमिकों के हितों के लिये संचालित विभिन्न योजनाओं में अर्जित उपलब्धियों की समीक्षा करते हुये योजना के लक्ष्य को समय पर जोर दिया गया।
No comments