गंगा सस्टेनेबिलिटी मैराथन ऋषिकेश में हज़ारों धावकों ने भाग लिया
परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि जी, साध्वी भगवती जी, लोकेश मुनि जी, प्रेमचंद्र अग्रवाल, मंत्री उत्तराखंड एवं पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने मैराथन को प्रातः 5.30 बजे दिखाई झंडी
विवेकानंद यूथ कनेक्ट फाउंडेशन और परमार्थ निकेतन - गंगा एक्शन परिवार का संयुक्त आयोजन
*सफल खिलाड़ियों को बधाईयॉं एवं प्रयासरत धावकों को सतना हाफ़ मैराथन 20 नवम्बर का दिया निमंत्रण: डॉ. राकेश मिश्र *
पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास की टीम ने मैडल पहनाकर पुरस्कार दिये खिलाड़ियों को
ऋषिकेश/ दिल्ली। रविवार 09 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा एवं वाल्मीकि जयंती के पावन पर्व पर गंगा सस्टेनबिल्टी रन अंतर्राष्ट्रीय मैराथन ऋषिकेश में हज़ारों धावकों ने भाग लेकर प्रकृति के संरक्षण में अपनी सहर्ष सहभगिता जताई।शनिवार रात की लगातार मूसलाधार बारिश के बावजूद उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली , हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं बिहार सहित अन्य राज्यों के हज़ारों धावकों ने अपनी भागीदारी दी।
परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि जी, साध्वी भगवती जी एवं पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने रविवार की मैराथन को प्रातः5.30 बजे हरी झंडी दिखाकर गंगा बैराज से रवाना किया। प्रकृति एवं पर्यावरण को एक विरासत मानकर उसका संरक्षण करने के उद्देश्य से आयोजित यह विशाल
मैराथन एम्स, ऋषिकेश गेट नं.-1 के सामने बैराज से प्रारंभ होकर नीलकंठ महादेव रोड होते हुए देवली गांव तक जाकर वापसी में लक्ष्मण झूला रोड-जौंक रोड होते हुए जानकी सेतु पर संपन्न हुई। मैराथन का यह आयोजन 10 किमी, 21 किमी, 35 किमी और 50 किमी की चार कैटेगरी में हुआ।
मैराथन का मुख्य उद्देश्य माँ गंगा के सस्टेनेबिलिटी के बारे में नागरिकों तथा युवाओं में जागृति फैलाना एवं उत्तराखण्ड को इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के आयोजन में विश्व पटल पर ले जाना है।
विवेकानंद यूथ कनेक्ट फाउण्डेशन के संस्थापक डॉ. राजेश सर्वज्ञ एवं डॉ. सुनीता गोदारा की उपस्थिति में दूसरे चरण के दस किलोमीटर को रवाना किया ।
‘गंगा सस्टैनबिलिटी रन’ 10 किलोमीटर, 21 किलोमीटर और 35 किलोमीटर और 50 किलोमीटर पर अल्ट्रा रन आयोजित की गई। इसमें देश दुनिया और पूरे भारत से धावक व युवा सम्मिलित हुए। इस मैराथन को परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और देश के पूज्य संतों का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त रहा।
सभी खिलाड़ियों को टी-शर्ट, एनर्जी ड्रिंक, मैडल व डिजिटल प्रमाण पत्र प्रदान करते हुये डॉ. राकेश मिश्र ने कहा कि जो लोग सफल हुये हैं , उनको बहुत बहुत बधाईयॉं । पूर्ण सफलता न पाने वाले धावक निराश नहीं हों उनके लिये सतना हाफ़ मैराथन:2022 में 20 नवम्बर को शामिल होने के लिये खुले दिल से निमंत्रण दिया ।गंगा मैराथन को एथलेटिक फेडरेशन ऑफ इंडिया की मान्यता प्राप्त है। और इस मैराथन का मार्गक्रम भी वर्ल्ड एथलेटिक संघ द्वारा प्रमाणित रहा। इस प्रतियोगिता में विजेता महिलाओं एवं पुरुषों को दस लाख रुपये तक के पुरस्कार व मैडल विजेताओं को दिये गये ।
विजेताओं के नाम पुरस्कार राशि सहित
50 किलोमीटर वर्ग में महिलाओं और पुरुषों में विजेताओं को क्रमशः 50, 25 और 15000 की राशि पुरस्कार स्वरूप दिये गए।
पूरे देशभर से और ऋषिकेश, देहरादून, हरिद्वार और उत्तराखंड के स्कूल, कॉलेजों के समस्त युवावर्ग से इस प्रतियोगिता में भाग लिया।
मैराथन के दौरान डॉ. राजेश शर्मा, डॉ. राकेश मिश्र, अध्यक्ष पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास, डॉ. सुनीता गोदारा, तन्मय चक्रवर्ती, टाटा संस, संजीव शर्मा, वेदप्रकाश शर्मा पुणे, संजीव कुमार गुरुग्राम, सहित खेल जगत की अन्य बड़ी हस्तियां उपस्थित रहीं। मैराथन की सफलता का सबसे बड़ा प्रमाण यह रहा कि 50 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कुछ धावक निर्धारित समय साढ़े दस बजे निर्धारित अंतिम सीमा पर पहुंचे। इससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में समूचे जनसमुदाय की पूर्ण आहुति की शानदार झलक भी देखने को मिली।
यह रहे विजेता:
50 किलोमीटर पुरूष विजेता
1. विजय डेका
2. महेश रामुलु वधाई
3. अमर कुमार मंडल
50 किलोमीटर
महिला विजेता
1. रीनू
2. ज्योति शंकरा गवात्रा
3. भगीरथी
35 किलोमीटर
18 से 45 साल पुरूष विजेता
1 महेंद्र सिंह बिष्ट
2 मनोज कुमार सिंह
3 वीरेंद्र वर्मा
35 किलोमीटर
18 से 45 साल महिला विजेता
1 आशा बिष्ट
2 शिवांगी राणा
3 श्वेता मित्तल
*कार्यक्रम में सतना हाफ़ मैराथन:2022 * के निमंत्रण पत्र खिलाड़ियों को दिये गये व उन्हें स्मृति चिन्ह व कपड़े के थैले प्रदान किये गये ।
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