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कोविड प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने की वर्चुअल समीक्षा कोविड संक्रमण से बचाव की रणनीति के क्रियान्वयन पर जिला आपदा समिति से की चर्चा

 सांसद एवं विधायक एवं जनप्रतिनिधियों ने दिए सुझाव


कोविड संक्रमण पर नियंत्रण के लिए कोटवार ग्राम में जाकर लक्षणयुक्त रोगी की पहचान करे: खनिज मंत्री


चिन्हित लोगों को सर्वेदल मेडीसिन किट दें


ग्राम, ग्रामआपदा प्रबंधन समिति कोविड नियंत्रण हेतु जिम्मेदारी निभाएं 

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प्रदेश के खनिज एवं छतरपुर जिले के कोविड प्रभारी मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने शनिवार को जिला आपदा प्रबंधन समिति की वर्चुअल समीक्षा की और समिति के सदस्यों से कोविड संक्रमण से बचाव के लिए बनने वाली रणनीति के क्रियान्वयन पर सुझाव प्राप्त किए। बैठक के प्रारंभ में जिला कलेक्टर द्वारा कोविड संक्रमण की स्थिति पर सारगर्भित रुप से प्रकाश डाला गया।

इस बैठक में सांसद श्री वीरेन्द्र कुमार खटीक एवं विधायक श्री प्रद्युम्न लोधी, पूर्व मंत्री श्रीमती ललिता यादव, कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा, सीईओ जिला पंचायत सहित जनप्रतिनिधियों एवं उनके नामांकित प्रतिनिधि तथा समिति के सदस्य प्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे। 

कोविड प्रभारी मंत्री ने कहा कि कोविड संक्रमण पर नियंत्रण के लिए कोटवार ग्राम में जाकर लक्षणयुक्त रोगी की पहचान करे तत्पश्चात चिन्हित लोगों को सर्वेदल मेडीसिन किट दें। कोविड आपदा के संक्रमण से निपटने के लिए खण्ड एवं ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति कोविड नियंत्रण की जिम्मेदारी निभाएं। 

खनिज मंत्री ने कहा कि जिले में संचालित संजीवनी अभियान के घर-घर सर्वे से छतरपुर जिले में कोविड आपदा पर नियंत्रण पाया गया। जिले में कोविड संक्रमण की स्थिति बेहतर हो रही है। जिला कोविड पॉजिटिव दर में धीरे-धीरे सिंगल डिजिट में आ रहा है। 

उन्होनें जोर देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण पर नियंत्रण जरुरी है। इसके लिए आपदा प्रबंधन समिति की महती भूमिका है। छतरपुर जिला उत्तर प्रदेश की जिलों की सीमा से लगा होने से बेहद संवेदनशील बना रहा, जिले में कोविड संक्रमण के रोकथाम के लिए किए गए तात्कालिन रणनीति कारगर रही। 


ब्लैक फंगस के नियंत्रण हेतु टीम गठित करें


जिले के कोविड प्रभारी मंत्री ने ब्लैक फंगस के संक्रमण की पूर्व तैयारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिले में टीम गठित कर रणनीति तैयार करें। इस कार्य में सेवा निवृत्त चिकित्सकों की मदद लें। उन्होनें कहा कि होमआइसोलेशन हुए लोगों को बेहतर परामर्श दें जिससे वह शीघ्र स्वस्थ हो सकें। इसी तरह कोविड संक्रमण से बचने के लिए जिले के हर-एक नागरिक का टीकाकरण जरुरी है। वर्तमान समय मे टीकाकरण ही मानवीय जीवन की सुरक्षा एवं बचाव का एकमात्र श्रेष्ठ विकल्प है। जनप्रतिनिधिगण कोविड टीकाकरण कराने के लिए समाज के सहयोग से लोगों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करें। 

उन्होनें कहा कि जिला प्रशासन शादी-विवाह की अनुमति नही दें। ब्लॉक एवं पीएससी लेबल पर स्वास्थ्य स्टॉफ की कमी की पूर्ति के लिए कलेक्टर तत्पर्यता से निर्णय लें, वैश्विक आपदा के इस दौर में सभी लोगों को मिलजुल कर कार्य करने की जरुरत है। भविष्य के लिए सचेत रहें और कोरोना कर्फ्यू के साथ-साथ आमलोगों को घरों पर रहकर कोविडगाइडलाइन पालन करने की सलाह दें। टीकाकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में फैली भ्रांति एवं अफवाहों को दूर करने में जनप्रतिनिधि आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य जनजागरुकता का वातावरण बनाएं।



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