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प्रदेश के दूसरे सीआरसी केन्द्र का छतरपुर में हुआ उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री एवं प्रभारी मंत्री ने फीता काटकर किया लोकार्पण दिव्यांगजनों को मिली बड़ी सौगात, एक ही स्थान पर विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध

 छतरपुर शहर में प्रदेश के दूसरे समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केन्द्र (सी.आर.सी.) का उद्घाटन समारोह शनिवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार के मुख्यातिथ्य एवं प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं छतरपुर जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा की अध्यक्षता में गरिमामयी ढंग से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। तत्पश्चात् शहर की पुरानी तहसील में शुरू हुए सीआरसी केन्द्र का फीता काटकर एवं शिला पट्टिका का अनावरण कर शुभारंभ किया गया। साथ ही सभी कक्षों का अवलोकन किया। इसके साथ यहां पर एलिम्कों का भी केन्द्र स्थापित किया गया है। इस अवसर पर विधायक द्वय राजेश प्रजापति एवं राजेश शुक्ला, पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह, पूर्व राज्यमंत्री ललिता यादव, डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर संदीप जीआर, सीईओ जिला पंचायत श्रीमति तपस्या परिहार, नपाध्यक्ष ज्योति चौरसिया सचिव सामाजिक न्याय भारत सरकार राजेश अग्रवाल, डॉ राजू आराख मुम्बई, कुषुम कुमार वर्मा नोडल सीआरसी, जुझार सिंह, पूर्व नपाध्यक्ष अर्चना सिंह, मलखान सिंह एवं दिव्यांगजन सहित जनप्रतिनिधि तथा अधिकारीगण उपस्थित रहे। सांकेतिक भाषा अनुवाद डॉ पीजे मैथ्यू मार्टिन मुम्बई द्वारा किया गया।

केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए बड़ा ही शुभदिन है ये बहुत बड़ी उपलब्धि है जिले के लिए कि प्रदेश का दूसरा सीआरसी यहां खुला, इसके ,खुलने से रीवा, जबलपुर, सागर संभाग सहित अन्य राज्यों के दिव्यांगजन भी पुर्नवास का लाभ लेने आएंगें। उन्होंने कहा कि सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिव्यांगजनों को दिव्यांग शब्द से संबोधित किया। इससे दिव्यांगजनों में उत्साह, स्वाभिमान का भाव आया है। उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली है। उन्होंने कहा कि अब दिव्यांगजनों को मल्टीकलर के उपकरण दिए जा रहे है। इससे उनके जीवन में जीवंतता आ रही है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि दिव्यांजनों को पहले 3 प्रतिशत सरकारी नौकरियों में आरक्षण था जिसे बढ़ाकर 4 प्रतिशत किया गया है और शासकीय अनुदान प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में दिव्यांग छात्रों को 3 से बढ़ाकर 5 प्रतिशत पढ़ने के लिए आरक्षण दिया गया है। इसके साथ ही पहले दिव्यांगता की 7 श्रेणियां थी जिसे बढ़ाकर 21 किया गया जिससे अब 21 प्रकार की दिव्यांगता में ईलाज मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आत्म निर्भर भारत बनने में दिव्यांगजनों का भी सहयोग जुड़े जिसके लिए सीआरसी केन्द्र शुरू किया गया है जिसमें स्किल टेªेनिंग, कौशल आदि सिखाया जाएगा एवं उनकी समस्याओं का समाधान व आवश्यक उपकरण दिए जाएंगे। केन्द्रीय मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री द्वारा दिव्यांगजनों की समस्याओं को भी सुना और हालचाल जाना।
प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने दिव्यांजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत और म.प्र. बनाने की दिशा आज दिव्यांगजनों के स्किल डेवलबमेंट, आत्मनिर्भर बनना, गुणवत्ता सुधार, विशेष टेªनिंग देने तथा दिव्यगजानों के पास कुछ विशेष क्वालिटी हुनर आदि होता जिसे उभारने के लिए सीआरसी केन्द्र की स्थापना की गई है। इससे दिव्यांगजनों को एक ही स्थान पर विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध हुई। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं म.प्र. सरकार द्वारा आत्मनिर्भर बनने विभिन्न योजनाए चलाई जा रही है। उन्हांेने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पहल पर शुरू हुई मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना ऐसी योजना है जिसके चलते अब घर संभालने वाले हांथों को हाथ नहीं फैलाने पड़ेंगे जिसके लिए सरकार ने कदम बढ़ाते हुए इस योजना को शुरू किया है। उन्हांेने कहा कि युवाओं के लिए स्किल टेªनिंग के साथ 1 वर्ष तक हर माह 8 हजार रूपये दिए जाएंगे साथ ही अपना उद्योग स्थापित करने के लिए उद्यम क्रांति योजना चलाई जा रही है।

यह नया सीआरसी दिव्यांगजनों के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करेगा और मध्य प्रदेश राज्य में मानव संसाधन विकसित करने में भी मदद करेगा। सीआरसी दिव्यांगजनों हेतु कौशल विकास प्रशिक्षण आयोजित करने के अलावा विभिन्न श्रेणियों के दिव्यांगजनों के लिए पुनर्वास सेवाएं प्रदान करेगा और समाज में उनके स्वतंत्र जीवन को सक्षम बनाने का प्रयास करेगा। साथ ही दिव्यांगजनों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण आयोजित करने के अलावा दिव्यांगजनों की 21 श्रेणियों के लिए पुनर्वास सेवाओं को पूर्ण किया जाएगा। दिव्यांगजनों के लिए सहायक उपकरण और यंत्र, सार्वभौमिक पहचान कार्ड (यूडीआईडी) वितरित करने के लिए शिविर आयोजित करने का प्रयास किया जाएगा, जोकि पूरे देश में मान्य होगा। सुगम्य भारत अभियान की दिशा में नई पहल की जाएगी, दिव्यांगजनों को सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करने के लिए इससे संबंधित कार्य पूरे देश भर में प्रगति पथ पर है। सीआरसी छतरपुर द्वारा दिव्यांगजन छात्रों को बिना किसी जोखिम के अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए वित्तीय सहायता और छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी।






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