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पन्ना जिले की तहसील पवई में भू0 माफियाओं के हौसले बुलंद

 जहां एक एक और शासन भू माफियाओं से शासकीय भूमियों को अतिक्रमण मुक्त करा रहा है क्या पवई में स्थित राष्ट्र की धरोहर आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक राष्ट्रीय स्मारक जय स्तंभ का बचा पाएगा अस्तित्व? आज से 65/70 वर्ष पूर्व भारत की आजादी  एवं वीर शहीदों क्रांतिकारियों की याद में शासन द्वारा ग्राम पवई मे राष्ट्रीय स्मारक जय स्तंभ का निर्माण कराया गया था यह आराजी नंबर 3353 तहसील और थाना भवन के नाम पर दर्ज है जिस का अंश भाग0.049हे0 राष्ट्रीय स्मारक जय स्तंभ एवं जलपान गृह के लिए सुरक्षित है जो स्थानीय राजस्व अधिकारी कर्मचारियों की सांठगांठ से की चपेट में है इसी आराजी पर भू माफिया द्वारा अवैधानिक तरीके से कब्जा अतिक्रमण कर अवैध मकान दुकानों का निर्माण किया जा रहा है तथा भूमाफिया इस राष्ट्रीय स्मारक को नष्ट करने की फिराक में है उक्त अतिक्रमण रोके जाकर  हटाए जाने के संबंध में दिनांक 2 सितंबर 21 को तहसीलदार पवई को शिकाय आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था जिस पर तहसीलदार पवई दीपा चतुर्वेदी द्वारा आराजी नंबर 3353 पर कार्रवाई न करते हुए फर्जी खसरा नंबर 2353 दर्ज कर नोटिस जारी किया गया तथा दिनांक 16 सितंबर 21 को इसी फर्जी खसरा नंबर 2353 पर स्थगन आदेश भी जारी किया गया तथा नोटिस भी तामील कराए गए लेकिन उक्त अवैध निर्माण कार्य ना रोका गया और ना हटाया गया जिस के संबंध में आवेदकों द्वारा दिनांक 27 सितंबर21 को श्रीमान कलेक्टर महोदय पन्ना के पवई भ्रमण के दौरान शिकायत की गई थी जिसमें श्रीमान कलेक्टर महोदय द्वारा मौके पर उपस्थित मुख्य नगरपालिकाअधिकारीहरिबल्लभ शर्माएवंतहसीलदारकु.दीपाचतुर्वेदी एवं प्रभारी प्रशासक नगर परिषद पवई को उक्त अतिक्रमण को जे. सी. बी. मशीन द्वारा तत्काल हटाए जाने का मौखिक  दिया था जिस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई और ना ही उक्त अतिक्रमण को हटाया गया और उक्त अवैध निर्माण कार्य जारी है जिससे यह बात स्पष्ट है कि पवई के राजस्व अधिकारी भू माफियाओं से मिले हुए हैं और गलत कार्रवाई कर उक्त अवैध निर्माण को पूरे कराने में पूर्ण सहयोग दे रहे हैं जिससे शासन एवं वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है जबकि उक्त राष्ट्रीय स्मारक जय स्तंभ के अतिक्रमण अलावा पुलिस विभाग कृषि विभाग शासकीय अस्पताल की भूमियों से अतिक्रमण हटाए जाने एवं शासकीय अभिलेखोंमें अस्पताल का नंबर बदल कर शासकीय अभिलेखों में कूट रचना करने कराने नंबरों में हेराफेरी करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने के संबंध में माननीय मुख्यमंत्री. गृहमंत्री. मुख्य सचिव. राजस्व सचिव. मध्यप्रदेश शासन भोपाल.  पुलिस महानिदेशक भोपाल. कमिश्नर आयुक्त सागर एवं कलेक्टर महोदय पन्ना को शिकायत की गई थी जिस पर कलेक्टर महोदय पन्ना द्वारा पत्र क्रमांक11035/ सामान्य जेपीएल वर्ष2017 पन्ना दिनांक 6/1/ 17 सेप्रकरणअनुविभागीय अधिकारी राजस्व पवई के न्यायालय में  मामला क्रमांक/ 58/बी-121 वर्ष 16/17. दिनांक 17/ 1/17 से दर्ज है जिस के संबंध में दिनांक 30/8/18 सेकार्रवाईतहसीलदार पवई के न्यायालय में लंबित है ठंडे बस्ते में बंद पड़ी धूल खा रही है जिस पर आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे यह बात स्पष्ट है कि पवई के स्थानीय राजस्व एवं नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारी इन भू माफियाओं से मिले हुए हैं और इनकी भू माफियाओं से सांठगांठ है जबकि प्राचीन स्मारक पुरातत्वीय स्थल अवशेष अधिनियम 1958 के अनुसार प्रत्येक संरक्षित स्मारक के संबंध में प्रतिशत क्षेत्र की सीमा आरंभ होने वाली सभी दिशाओं मैं 200 मीटर की दूरी तक विस्तारित होने वाला प्रत्येक क्षेत्र प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है यह भी स्पष्ट किया गया है कि( किसी भी प्रकार के राष्ट्रीय स्मारक जय स्तंभ के भीतर 100 मीटर का क्षेत्र है तथा 200 मीटर क्षेत्रफल के चारों तरफ किसी प्रकार का निर्माण कार्य प्रतिबंधित है) जिससे यह स्पष्ट है कि उक्त राष्ट्रीय स्मारक स्थल के भीतर 100 एवं 200 मीटर क्षेत्रफल पर किसी भी प्रकार के निर्माण की अनुमति देने का भी प्रावधान नहीं है तथा नियम का उल्लंघन करने पर सजा व अर्थदंड का भी प्रावधान है इसके बावजूद पवई के राजस्व अधिकारियों द्वारा मध्यप्रदेश शासन एवं कलेक्टर महोदय के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए सभी नियम कानून को ताक पर रखते हुए उक्त राष्ट्रीय स्मारक पर हो रहे अतिक्रमण पर आज दिनांक तक किसी प्रकार अतिक्रमण नहीं हटाया गया और ना ही कोई कार्यवाही नहीं की गई इस संबंध में प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री महोदय मध्य प्रदेश शासन एवं जिले के मुखिया माननीय कलेक्टर महोदय पन्ना से पवई के नागरिकों का अनुरोध है की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राष्ट्र की धरोहर आस्था का प्रतीक राष्ट्रीय स्मारक जय स्तंभ एवं जलपान ग्रह की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाया जा कर राष्ट्रीय स्मारक का अस्तित्व बचाने की कृपा करें एवं दोषी लोगों पर कानूनी कार्रवाई कर अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने का कष्ट करें !

यदि समय रहते कार्रवाई न की गई तो उक्त राष्ट्र की धरोहर आस्था का प्रतीक राष्ट्रीय स्मारक जयस्तंभ का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन में बैठे अधिकारीगण होंगे!







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