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लाखों करोड़ों की घर सम्पति व नोकरी को त्याग कर वैराग्य पथ की ओर अक्सर छतरपुर नगर में भव्य विनोली एवं गोद भराई समारोह संपन्न

 छतरपुर:- 30/09/ 2021 लाखो करोड़ो धन वैभव त्याग कर वैराग्य पद की ओर पांच दीक्षार्थी आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज से दीक्षा ग्रहण करेंगे l

                 जैन समाज प्रवक्ता अजित जैन ने बताया कि आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज 2021का चतुर्मास सिद्ध भूमि जैन तीर्थ स्थली सम्मेद शिखरजी मैं हो रहा है । जहां से जैन धर्मावलंबियों के 24 तीर्थंकर में से 20 तीर्थंकर सम्मेद शिखर जी से  मोक्ष गए । आचार्य श्री आने वाली 14 नवंबर को पांच ब्रह्मचारी भैया  जी को मुनि दीक्षाए देंगे जो देश के विभिन्न राज्यों  एवं नगरों में जहां जहां पर जैन समाज है वहां पर बिनोली एवं गोद भराई का कार्यक्रम रखा गया जिसके स्वरूप छतरपुर नगर में भी बिनौली और गोद भराई का समारोह रखा गया । स्थानीय ब्रह्मचारी  निखिल भैया जी के यहां सभी दीक्षार्थी भैया जी लोगो की अलग से गोदी भराई की गई ।  और सभी भैया जी लोगों ने वैराग्य का कारण बताते हुए संपूर्ण समाज को संबोधित किया दीक्षार्थी भैया जी लोग इतनी कम उम्र होते हुये भी लाखों करोड़ों की संपत्ति एवं नौकरी छोड़कर वैराग्य पथ को धारण कर सभी सांसारिक सुख सुविधाओं को त्याग कर सिद्ध परमेष्ठी  एवं भगवान बनने के लिए सबसे पहली प्रक्रिया को धारण करने के लिए आने बाले 14 नवंबर को मुनि दीक्षा लेंगे ।

 दीक्षार्थी भैया जी जिनकी दीक्षा हो रही हैं उनमे से ब्रा अविरल  भैया जी 28 वर्ष के है जो उच्च शिक्षा बाले दिल्ली के है जो बेंगलुरु मैं कंप्यूटर इंजीनियर थे  40 लाख  पैकेज के साथ 4 साल जॉब किया । आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज से 13 अक्टूबर 2018 को ब्रम्हचर्य व्रत लेने के बाद संघ में तप त्याग संयम की साधना करते रहे उनके पिता प्रोफ़ेसर पवन जैन दिल्ली में बड़े कॉलेज में और मां अलका ओर दो छोटे भाई भी उच्च पद पर कार्यरत है । ब्रह्मचारी अंकुश भैया जी भिंड के हैं जिन्होंने ब्रह्मचर्य व्रत 3 जनवरी 2020 को लिया । ब्रह्मचारी स्वातम भैया  इंदौर के हैं जो जो दीक्षार्थी भैया में सबसे कम उम्र के हैं जो 19 वर्ष के है जो कौशल जसमीन की संतान है ओर छोटी सी ही आयु से ही उनकी आध्यात्मिक रुचि थी 12 अगस्त 2018 को औरंगाबाद में ब्रह्मचर्य व्रत धारण किया । ब्रह्मचारी बृजेश भैया जी बृजपुरा के हैं जो कई वर्षों से साधना संग में ही कर रहे हैं। ब्रह्मचारी संजय भैया जी भोपाल के हैं । इन पांच ब्रह्मचारी भाइयों की दीक्षा हो रही है जिन की गोद भराई और बिनोली की गई सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष ,बच्चे जैन धर्मा लंबी उपस्थित रहे।







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